✅ युक्तियुक्तकरण के बाद शिक्षकों की नई सूची तैयार
AMBIKAPUR : सरगुजा जिले के सरकारी स्कूलों में युक्तियुक्तकरण (Rationalization) की प्रक्रिया के बाद अब शिक्षकों की नई पोस्टिंग की तैयारी तेज हो गई है। शिक्षा विभाग ने स्कूलों की छात्र संख्या, स्वीकृत पद और वर्तमान में कार्यरत शिक्षकों के आंकड़ों का विश्लेषण किया है। इसी आधार पर जिले में लगभग 900 से अधिक शिक्षक “अतिशेष” की श्रेणी में आए हैं।

📋 अतिशेष शिक्षकों की सूची लगभग तैयार
विभाग ने प्राथमिक से लेकर हायर सेकेंडरी स्कूलों तक की समीक्षा की है। इसमें यह सामने आया कि कई स्कूलों में एक ही विषय के दो-दो व्याख्याता पदस्थ हैं, जबकि नए नियमों के तहत एक व्याख्याता को दिन में चार कक्षाएं ही लेनी हैं। ऐसे मामलों में एक शिक्षक को अतिशेष माना जाएगा।
🏫 223 स्कूलों का हुआ मर्ज, पदस्थापन में आएगा बदलाव
जिले के लगभग 2200 स्कूलों में से 223 स्कूलों को मर्ज कर दिया गया है। इससे स्कूलों की संख्या घट गई है और कई शिक्षक अब स्थानांतरित होंगे या अतिशेष घोषित किए जाएंगे। मर्ज हुए स्कूलों में स्थान होने पर शिक्षकों की वहीं पोस्टिंग की जा सकती है, अन्यथा वे काउंसिलिंग के माध्यम से दूसरी जगह पदस्थ किए जाएंगे।
🧾 काउंसिलिंग से होगी पारदर्शी पोस्टिंग
2 जून से जिले में अतिशेष शिक्षकों की काउंसिलिंग शुरू होगी। इसके लिए जिला स्तरीय काउंसिलिंग कमेटी बनाई गई है, जो वरिष्ठता क्रम को ध्यान में रखते हुए पारदर्शी ढंग से शिक्षकों की पोस्टिंग करेगी। स्टेट कार्यालय द्वारा पूरे कार्य की रोजाना निगरानी की जा रही है।
📉 कई स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी
सरगुजा जिले के 188 प्राथमिक स्कूल अब भी एकल शिक्षकीय हैं, जबकि 18 प्राथमिक स्कूलों में कोई शिक्षक नहीं है। ऐसे स्कूलों में वर्तमान में अटैचमेंट के जरिए शिक्षकों को भेजा जाता है, लेकिन अब अतिशेष शिक्षक इन स्कूलों में स्थायी रूप से पदस्थ हो सकते हैं।
🕘 नया सत्र शुरू होने से पहले पूरी होगी प्रक्रिया
16 जून से नया शैक्षणिक सत्र शुरू होने वाला है। इसके पहले सभी स्थानांतरण और पोस्टिंग प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। विभाग यह सुनिश्चित कर रहा है कि सभी शिक्षकों को समय पर उचित स्थान पर पदस्थ किया जा सके।
🚨 शिक्षक संघ ने जताई नाराजगी, रायपुर में हड़ताल की तैयारी
नई व्यवस्था को लेकर शिक्षक संगठनों में असंतोष देखने को मिल रहा है। शिक्षक संघ ने रायपुर में शनिवार से अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन की घोषणा की है। उनका कहना है कि युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया में कई शिक्षकों के साथ अन्याय हो रहा है।
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🔄 यू-डाइस कोड व वेतन प्रक्रिया में भी बदलाव
युक्तियुक्तकरण से प्रभावित स्कूलों का UDISE कोड भी बदला जाएगा, जिससे ऑनलाइन मॉनिटरिंग प्रभावित स्कूलों के नए नाम और कोड के आधार पर होगी। इसके अलावा, अब मर्ज किए गए प्राइमरी व मिडिल स्कूलों के शिक्षकों का वेतन संबंधित हाई या हायर सेकेंडरी स्कूल के प्राचार्य द्वारा जारी किया जाएगा, जो पहले बीईओ द्वारा किया जाता था।