छत्तीसगढ़ का शिमला बन रहा असुरक्षित, परिवारों की बढ़ी परेशानी
छत्तीसगढ़ के लोकप्रिय पर्यटन स्थल मैनपाट, जिसे ‘छत्तीसगढ़ का शिमला’ कहा जाता है, इन दिनों सैलानियों के लिए चिंता का विषय बन गया है। राज्य और बाहर से आने वाले पर्यटक प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने पहुंचते हैं, लेकिन यहां बाइकर्स और मनचलों के कारण उनका अनुभव खराब हो रहा है।

प्रमुख स्थलों पर मनचलों का उत्पात, लड़कियों पर फब्तियां
स्थानीय शिक्षक कमलेश सिंह के अनुसार, मैनपाट के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों पर युवकों की टोली आए दिन अशोभनीय हरकतें करती नजर आती है। विशेषकर महिलाएं और युवतियां उनके अभद्र व्यवहार का शिकार हो रही हैं। टाइगर प्वाइंट, उल्टापानी, दलदली और बौद्ध मंदिर जैसे स्थलों पर मनचलों द्वारा की जाने वाली छींटाकशी और टिप्पणी महिलाओं के लिए असहज स्थिति पैदा कर रही है।
बाइकर्स की रफ्तार और शोर से खतरे में लोग
तेज रफ्तार से बाइक चलाने वाले युवकों का व्यवहार भी चिंता का विषय है। इन बाइकर्स की बुलेट और अन्य तेज आवाज वाली बाइकों से निकलने वाला शोर पर्यावरण और लोगों की शांति दोनों को भंग कर रहा है। साथ ही पैदल चलने वालों और अन्य वाहनों की सुरक्षा को भी खतरा बना हुआ है।
वीडियो वायरल: मनचलों की हरकतें सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय
हाल ही में मैनपाट से जुड़े कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं, जिनमें युवकों को बाइक से स्टंट करते, तेज आवाज में साइलेंसर बजाते और युवतियों पर कमेंट करते देखा गया। दूसरे वीडियो में भीड़-भाड़ वाले पर्यटन स्थलों पर मनचलों को हंगामा करते हुए देखा गया। यह वीडियो इस बात का प्रमाण हैं कि मैनपाट में सुरक्षा व्यवस्था लचर हो चुकी है।
परिवारों ने बताई असुरक्षा की भावना
बीजेपी के पूर्व मंडल अध्यक्ष रजनीश पांडेय ने कहा कि छुट्टियों के दिनों में अंबिकापुर और आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में युवक मैनपाट पहुंचते हैं, जो पर्यटकों के लिए परेशानी का कारण बनते हैं। उन्होंने कहा कि मनचलों की गतिविधियों के चलते परिवारों को मैनपाट में घूमने में असहजता महसूस होती है। खासकर महिलाओं को लगातार अभद्रता झेलनी पड़ती है, जिससे वे खुद को असुरक्षित मानती हैं।


पुलिस व्यवस्था नदारद, प्रशासन की सक्रियता की मांग
स्थानीय लोगों और पर्यटकों का आरोप है कि पर्यटन स्थलों पर पुलिस की कोई स्थायी व्यवस्था नहीं है, जिससे मनचलों के हौसले बुलंद हैं। फिलहाल न कोई गश्त है और न ही कार्रवाई के डर से कोई रोक-टोक। इस विषय में सरगुजा के एडिशनल एसपी अमोलक सिंह ने बताया कि जल्द ही मैनपाट में पुलिस निगरानी को बढ़ाया जाएगा और उत्पात मचाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
निष्कर्ष : मैनपाट की गरिमा बनाए रखने के लिए चाहिए सख्त कदम
मैनपाट जैसे शांत और प्राकृतिक पर्यटन स्थल को सुरक्षित बनाए रखने के लिए पुलिस और प्रशासन को तत्काल कदम उठाने होंगे। परिवारों के साथ घूमने आने वालों को सुरक्षित माहौल मिल सके, इसके लिए मनचलों और बाइकर्स पर सख्त कार्रवाई जरूरी है। वरना यह खूबसूरत जगह बदनाम हो सकती है और पर्यटक आने से कतराने लगेंगे।